पता है दोस्तो इंजीनियरिंग लाइफ में आपकी गर्ल फ्रेंड न बानी तो तुम परफेक्ट इंजीनियर नही हो ऐसा सीनियर बोलते थे ।।
बाकी मैं अपनी कहानी पे आता हूँ ।। मैं अपने स्टडी को लेकर परेशान था अब कुछ मैथ्स आने लगी थी तो लड़को के बीच टाइम स्पेंड करने लगा ।। मैंने क्या देखा सारे लडके कोई न कोई लड़की को टारगेट कर लिए थे कुछ तो इतना आगे निकल गए थे कि कांटेक्ट नंबर तक ले लिए थे सब मे प्यार का फरमान चाड रहा था कॉलेज में लड़को का ग्रुप बन गए थे ।।
रविश ,सचिन , शुभम सिंग, संदीप यादव ये लोग आगे आगे ही रहते थे ।। पहले रविश की बात कर ले लौंडा एक लड़की को टारगेट कर लिया था ये लड़का फर्स्ट शिफ्ट का वो लड़की सेकंड शिफ्ट की।।
जैसे ही गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियां निकले कॉलेज जाने के लिए ये उनको फॉलो करने के लिये आगे से आया करता ।।
मेरे ख्याल से पूरा फर्स्ट ईयर इसने फॉलो करने में निकल दिया था मेरे सबसे करीब होने के कारण मैं रवीश को बहुत अच्छे से जनता हुन लड़का हाथ धो कर पीछे अगर पड़ जाए तो ये लड़का जन्नत भी हासिल कर ले। वो तो एक लड़की थी ।कांटेक्ट नंबर तो नही मिला उसको लेकिन रोज साम में जब सेकंड शिफ्ट की छुट्टी होती लड़का अपनी सकल उसे दिखआ आता था । और स्टार्ट करता है फेसबुक वॉला प्यार वहाँ रिक्वेस्ट भेजता है । लड़की का नाम इतना प्रसिद्ध कर दिया था कि उसने इसका रिक्वेस्ट स्विकार कर लिया था बहुत चैटिंग करते करते सेकंड ईयर में इनको इनका प्यार मिल हिं गया ।।
इनका स्टार्ट होता है मंदिर आना जाना । ये एक ऐसा लड़का था जो हर संडे घन्टा घर जाया करता था क्यों न जाये मैडम जो बुलाया करती थी मतलब ये एक परफेक्ट इंजीनियर बन गया था
अब बात करते है सचिन की ये वो लड़का जो इतना सुंदर है कि जसको pupose कर दे वो नेगलेक्ट नही करती इसको लड़के का दिल आ गया था एक लड़की बहुत फॉलो करता उसको लेकिन बोलने की हिम्मत न थी ।। थोड़ा टकराव आता है हमारे ही प्रिय मित्र प्रेम सैनी भाई भी उसी लड़की को पसंद करते थे जिसको सचिन पसंद करते थे ।। उसके बाद पताचला कि उसको बहुत लड़के पसंद करते है यहाँतक कंप्यूटर साइंस वाले भी फिर भी हमारा सचिन फॉलो करता रहा दिल पे हाथ रख के आज नही कल तो मुझे पसंद करेंगे ।। बाद में पता चला वो न तो सचिन को मिली और न ही प्रेम भी को डिप्लोमा पास कर लिए लेकिन कोई गर्ल फ्रिण्ड न बना पाए ।।
अब बात करते है टॉपर की हमारे क्लास में एक ऐसी लड़की भी थी जो सभी सब्जेक्ट में टॉप करती थी ।। और मुझे याद है तीनो साल उसने ही टॉप किया था । वैसे भी चश्मे लगाने वाली लडकिया कुछ अलग ही होती है । लौंडे थोड़ी कम होते ह जैसे हमारे शुभम भाई इनका दिल उन्ही पे आया । मैन देखा था इनकी नजर उन्ही पे रहती थी । शुभम बैठा कहआ करते थे टॉपर के सामने वाली सीट पे ताकि इनका कम्युनिकेशन बना रहे । इनके रफ़ कॉपी अक्सर चेंज होती थी इलेक्ट्रिकल क्लास में । मुझे ये कभी समझ नही आया टॉप वो करती थी ।। अक्सर प्रसन्न तो हमारे शुबम भाई सॉल्व करते थे ।। मुझे ये क्लियर नही हुआ कि इनकी स्टोरी कहा तक गयी । ये पता है कि भाई ने purpose किया था पहली बार रिजेक्ट भी हुए थे । लेकिन अगली बार टॉपर ने खुद ही उनको purpose किया । आखिर क्यों न करती भाई के अलावा उनको कोई ध्यान ही नही देता था वैसे कुछ भी हो टैलेंट होना चहिये टॉपर को पटाने के लिए जो शुबम के पास था ।
बात करे संदीप यादव की सभी लोग कहते थे ये b tech कर रहा था । और छोड़ कर डिप्लोमा करने चला आया । कुछ भी हो लड़का था बहुत अच्छा पढ़ने में सारे सब्जेक्ट में आगे आगे बोलता था जो ज्यादा बोलेगा स्टार्टिंग में वैसे भी लडकिया उसे पसंद करने लड़ती थी ।। होस्टल में अलग लड़कियों को अपना गर्ल फ्रेंड बताये ।। एक से थप्पड खाने के बाद दूसरी पे ट्राय करता ।। फाइनली उसकी एक गर्ल फ्रिण्ड बन गयी मोबाइल वगैरा बहुत एक्सचेंज करता उससे क्लास में सभी लोग जान लोग जान गए की इनका अफेयर चल रहा है । उसने भी इसकी हरकतों को जाना और छोड़ दी इसको
ये एक ऐसा लड़का था पूरे कॉलज में जो सभी टीचर्स से मार खाया था प्रिंसीपल से लेकर physic वाले सर् तक डिप्लोमा पास होते होते इसे सब लोग बेकूफ़ कहने लगे थे ।। फर्स्ट ईयर के बाद इसका पता ही नही चला कहा गया सेकंड ईयर के प्रक्टिइकाल के टाइम आया ।। सभी से बोल रहा मेरी सादी गयी है ।। इसका फिर पता ही न चलता था कि कब आता कब जाता था गायब ही हो गया था
कॉलेज में एक और लड़का था सबसे अलग संदिप गुप्ता ये ऐसा लड़का था लड़कियों के जस्ट पीछे वाली सीट पे बैठा करता था सारि लड़कियों का रिचार्ज करता था ये ऐसा लड़का था जिसके पास सभी लड़कियों के कांटेक्ट नंबर थे । संदीप यादव को जो लड़की छोड़ दी थी । अब संदीप उसपे चांस मार रहा था फिलहाल इसके पास कांटेक्ट नंबर था ही और बात भी करता था ।। पता नही pupose किया था या फ्रेंड की तरह ही बात करता था ।। बाद में इनका झगड़ा हो गया । इसके बाद हमारे गुप्ता जी एक एक करके कई लड़कियों को purpose किये ।। लेकिन मिला क्या सिर्फ मोबाइल रिचार्ज करने को ।। तीन साल गुप्ता भी सिंगल रह गया
अच्छा अब आप ये सोच रहे मेरा क्या मुझे कोई मिली या नही चलो मैं बताता हूँ जिस दिन मैं अपना एड्मिसन लेने गया था मुझे एक लड़की मिली थी बहुत सुंदर थी मुझे याद है एड्मिसन ब्लॉक मेकैनिकल में बनाये थे मैं डॉक्यूमेंट जमा करके लौट रहा था वो लड़की सीढ़ियों के पास थी इधर उधर देख रही थी मैं समझ गया ये ऐडमिशन ब्लॉक ही ढूंढ रही है मैं तो चाहता था वो मुझसे बोले बस क्या था उसने मुझसे ही लिया एड्मिसन कहा हो रहा है इलेक्ट्रॉनिकस फर्स्ट ईयर का ।। जैसे ही उसने इलेक्ट्रॉनिकस की बात की मैं समझ गया ये तो मेरे ही क्लास में एड्मिसन ले रही है बस क्या था मुझे तभी से उससे प्यार हो गया था
है बात ये सच है प्यार तो हुवा था मुझे इतना नादान था कि मुझे कुछ पता ही न था क्या होता है क्लससेस स्टार्ट हुई । मैं क्लास गया तो सबसे पहले उसी लड़की को देख रहा था क्या वो आई है उसे देख कर सुकून हुवा स्टार्टिंग में ही मैं चाहता था कि बात करु उससे मैं।। लेकिन वो मेरे औकात से बाहर थी मतलब मैं सभी सब्जेक्ट में कमजोर था पढ़ने में बहुत अच्छी थी क्यों न हो वो लोग ट्वेल्थ करने के बाद जो आये थे सभी लोग अपनी अपनी सेटिंग कर लिए थे मुझे खुशी इस बात की थी कि कोई उस लड़की के पीछे नही पड़ा जिसे मैं पसन्द करता था
मैथ में कमजोर होने के कारण मैंम मुझे बोली थी तुम सभी से पूछा करो और मैथ पे ज्यादा ध्यान दो । वर्कशॉप हुवा करता था जो चार घंटे के होते थे 20,20 स्टूडेंट को अलग अलग वर्कशॉप में बाट दिया गया था वी मेरे ही वर्कशॉप में थी मुझे मौका भी मिला कि मैं मैथ स्टडी के बहाने उससे बात भी करूँगा । और मैने बात भी की , फिर क्या था हम रोज उससे कोई न कोई प्रसन्न पूछते और वो मुझे बताती भी थी । वो लंच लाया करती थी । हम लन्च भी उसके साथ शेयर लगे । इधर ये सब देखकर लौंडो ने मुझ exict कर दिया कि वो तुम्हे प्यार करती है सुभम और सौरभ ये दोनो ने इतना चढ़या मुझे की मैने pupose कर दिया ।
अब बाकी की कहानी अगले पोस्ट में ,,,
English translation.
You know friends in the engineering life, if your girl friend is not supported then you are not a perfect engineer, so senior used to speak.
The rest I come to my story. I was worried about my study, now some maths started coming, so I started spending time among the boys. What I saw was that all the boys had targeted some girl, some had gone so far that they had taken up the contact number, all of them had become the group of boys in college.
Ravish, Sachin, Shubham Sing, Sandeep Yadav, these people used to live ahead. First, talking about Ravish, Launda had targeted a girl, this boy was the first shift girl.
As soon as the girls of girls hostel came out to go to college, they used to come forward to follow them.
I think that the whole first year had gone out to follow me, because I am the closest to Ravish, I will be able to get Jannat so well that if the boy comes back after washing his hands, he will also get Jannat. She was a girl. She did not get a contact number, but when she used to go for a second shift on a daily basis, the boy could see her gross. And Starts Facebook Walla Love Sends Request There. The girl's name was made so famous that she accepted the request for it and in the second year while chatting very much, she got her love.
Their start is to come to the temple. This was a boy who used to go to the house every Sunday, why not go to Madam who used to call it, he had become a perfect engineer
Now let's talk about Sachin's boy who is so beautiful that he does not negate it, he had a boy's heart, a girl followed him very much but he did not have the courage to speak. A little confrontation comes. Our dear friend Prem Saini Bhai also liked the same girl whom Sachin liked. After that find out that a lot of boys like him, even the people of computer science still follow our Sachin, but they will like me today if not today. Later it was found out that neither Sachin nor Prem also passed the diploma but could not make any girl friend.
Now let's talk about a girl in our class of toppers who used to top all subjects. And I remember he topped all three years. Anyway, the girl wearing glasses is different. The pandas are a little less like our brother Shubham came to his heart. Man had seen his eyes were on him only. Shubham used to sit on the seat in front of the topper so that his communication would be maintained. His rough copy was often changed in the electrical class. I never understood what she used to do. Often our brother Shubam used to be happy. I did not clear that his story even went. It is known that the brother had done the purpose, the first time he was rejected. But the next time Topher himself intended them. After all, why did he not pay any attention except to his brother, whatever it may be, he must be talented to beat the topper which was with Shubam.
Talk to everyone of Sandeep Yadav, he used to say that he was doing b tech. And left and went to do diploma. Whatever the boy was, he used to speak very well in front of the subject in a very good reading, which will speak more. Tell different girls your hostel in the hostel. Trying on the other after eating slaps from one. Finally, she became a girl friend and exchanged a lot of mobile phones, due to this, all the people in the class came to know that their affair is going on. He too knew its antics and left it
This was such a boy who had killed all the teachers in the college, from the Principal to the physicist, he was going to pass the diploma by passing the diploma. It was not known after the first year. It was said that the time of the practice of the second year came. My friend has been speaking to everyone. It was never known that when it used to come, it had disappeared.
There was another boy in college, the most different was Sandip Gupta. He was such a boy who used to sit on the girls' back seat. Saari used to recharge girls. This was a boy who had contact numbers of all girls. The girl who had left Sandeep Yadav. Now Sandeep was taking a chance on him, at the moment he had a contact number and used to talk. Did not know pupose or spoke like a friend. Later, they quarreled. After this, our Gupta ji gave purpose to many girls one by one. But got what only to recharge mobile. Gupta remained single for three years
Well now you are wondering whether I got any or not, let me tell you, the day I went to take my Edmison, I got a girl, it was very beautiful. I remember Edmison was made in the block mechanical, I was returning by submitting a document. The girl was near the stairs looking here and there, I understood that she was looking for an admission block, I wanted her to tell me just what she said to me. Has been of electronic first year. As soon as he talked about electronics, I understood that he was taking Addison in my class, what was it, I had fallen in love with him since then.
It is a matter of fact that I was so loving that I was so foolish that I had no idea what happens. When I went to class, I was the first to see the same girl. Seeing that she has come to her comfort, I wanted to talk to her only. But she was out of my means that I was weak in all subjects, I was very good at reading, why not those people who came after twelfth, all the people had set their own settings, I was happy that someone of that girl I did not like what I liked
Because of being weak in Math, I had asked me to ask all of you and pay more attention to Math. Workshops were held which were of four hours. 20,20 students were divided into different workshops. We were in my workshop, I also got a chance to talk to him on the pretext of Math study. And I also talked, then what was it that we used to ask someone happy every day and she used to tell me. She used to bring lunch. We also share with him. Seeing all this here, Londo exict me that she loves you, Subham and Saurabh, both of them offered me so much that I made them pupose.
Now the rest of the story in the next post ,,,
बाकी मैं अपनी कहानी पे आता हूँ ।। मैं अपने स्टडी को लेकर परेशान था अब कुछ मैथ्स आने लगी थी तो लड़को के बीच टाइम स्पेंड करने लगा ।। मैंने क्या देखा सारे लडके कोई न कोई लड़की को टारगेट कर लिए थे कुछ तो इतना आगे निकल गए थे कि कांटेक्ट नंबर तक ले लिए थे सब मे प्यार का फरमान चाड रहा था कॉलेज में लड़को का ग्रुप बन गए थे ।।
रविश ,सचिन , शुभम सिंग, संदीप यादव ये लोग आगे आगे ही रहते थे ।। पहले रविश की बात कर ले लौंडा एक लड़की को टारगेट कर लिया था ये लड़का फर्स्ट शिफ्ट का वो लड़की सेकंड शिफ्ट की।।
जैसे ही गर्ल्स हॉस्टल की लड़कियां निकले कॉलेज जाने के लिए ये उनको फॉलो करने के लिये आगे से आया करता ।।
मेरे ख्याल से पूरा फर्स्ट ईयर इसने फॉलो करने में निकल दिया था मेरे सबसे करीब होने के कारण मैं रवीश को बहुत अच्छे से जनता हुन लड़का हाथ धो कर पीछे अगर पड़ जाए तो ये लड़का जन्नत भी हासिल कर ले। वो तो एक लड़की थी ।कांटेक्ट नंबर तो नही मिला उसको लेकिन रोज साम में जब सेकंड शिफ्ट की छुट्टी होती लड़का अपनी सकल उसे दिखआ आता था । और स्टार्ट करता है फेसबुक वॉला प्यार वहाँ रिक्वेस्ट भेजता है । लड़की का नाम इतना प्रसिद्ध कर दिया था कि उसने इसका रिक्वेस्ट स्विकार कर लिया था बहुत चैटिंग करते करते सेकंड ईयर में इनको इनका प्यार मिल हिं गया ।।
इनका स्टार्ट होता है मंदिर आना जाना । ये एक ऐसा लड़का था जो हर संडे घन्टा घर जाया करता था क्यों न जाये मैडम जो बुलाया करती थी मतलब ये एक परफेक्ट इंजीनियर बन गया था
अब बात करते है सचिन की ये वो लड़का जो इतना सुंदर है कि जसको pupose कर दे वो नेगलेक्ट नही करती इसको लड़के का दिल आ गया था एक लड़की बहुत फॉलो करता उसको लेकिन बोलने की हिम्मत न थी ।। थोड़ा टकराव आता है हमारे ही प्रिय मित्र प्रेम सैनी भाई भी उसी लड़की को पसंद करते थे जिसको सचिन पसंद करते थे ।। उसके बाद पताचला कि उसको बहुत लड़के पसंद करते है यहाँतक कंप्यूटर साइंस वाले भी फिर भी हमारा सचिन फॉलो करता रहा दिल पे हाथ रख के आज नही कल तो मुझे पसंद करेंगे ।। बाद में पता चला वो न तो सचिन को मिली और न ही प्रेम भी को डिप्लोमा पास कर लिए लेकिन कोई गर्ल फ्रिण्ड न बना पाए ।।
अब बात करते है टॉपर की हमारे क्लास में एक ऐसी लड़की भी थी जो सभी सब्जेक्ट में टॉप करती थी ।। और मुझे याद है तीनो साल उसने ही टॉप किया था । वैसे भी चश्मे लगाने वाली लडकिया कुछ अलग ही होती है । लौंडे थोड़ी कम होते ह जैसे हमारे शुभम भाई इनका दिल उन्ही पे आया । मैन देखा था इनकी नजर उन्ही पे रहती थी । शुभम बैठा कहआ करते थे टॉपर के सामने वाली सीट पे ताकि इनका कम्युनिकेशन बना रहे । इनके रफ़ कॉपी अक्सर चेंज होती थी इलेक्ट्रिकल क्लास में । मुझे ये कभी समझ नही आया टॉप वो करती थी ।। अक्सर प्रसन्न तो हमारे शुबम भाई सॉल्व करते थे ।। मुझे ये क्लियर नही हुआ कि इनकी स्टोरी कहा तक गयी । ये पता है कि भाई ने purpose किया था पहली बार रिजेक्ट भी हुए थे । लेकिन अगली बार टॉपर ने खुद ही उनको purpose किया । आखिर क्यों न करती भाई के अलावा उनको कोई ध्यान ही नही देता था वैसे कुछ भी हो टैलेंट होना चहिये टॉपर को पटाने के लिए जो शुबम के पास था ।
बात करे संदीप यादव की सभी लोग कहते थे ये b tech कर रहा था । और छोड़ कर डिप्लोमा करने चला आया । कुछ भी हो लड़का था बहुत अच्छा पढ़ने में सारे सब्जेक्ट में आगे आगे बोलता था जो ज्यादा बोलेगा स्टार्टिंग में वैसे भी लडकिया उसे पसंद करने लड़ती थी ।। होस्टल में अलग लड़कियों को अपना गर्ल फ्रेंड बताये ।। एक से थप्पड खाने के बाद दूसरी पे ट्राय करता ।। फाइनली उसकी एक गर्ल फ्रिण्ड बन गयी मोबाइल वगैरा बहुत एक्सचेंज करता उससे क्लास में सभी लोग जान लोग जान गए की इनका अफेयर चल रहा है । उसने भी इसकी हरकतों को जाना और छोड़ दी इसको
ये एक ऐसा लड़का था पूरे कॉलज में जो सभी टीचर्स से मार खाया था प्रिंसीपल से लेकर physic वाले सर् तक डिप्लोमा पास होते होते इसे सब लोग बेकूफ़ कहने लगे थे ।। फर्स्ट ईयर के बाद इसका पता ही नही चला कहा गया सेकंड ईयर के प्रक्टिइकाल के टाइम आया ।। सभी से बोल रहा मेरी सादी गयी है ।। इसका फिर पता ही न चलता था कि कब आता कब जाता था गायब ही हो गया था
कॉलेज में एक और लड़का था सबसे अलग संदिप गुप्ता ये ऐसा लड़का था लड़कियों के जस्ट पीछे वाली सीट पे बैठा करता था सारि लड़कियों का रिचार्ज करता था ये ऐसा लड़का था जिसके पास सभी लड़कियों के कांटेक्ट नंबर थे । संदीप यादव को जो लड़की छोड़ दी थी । अब संदीप उसपे चांस मार रहा था फिलहाल इसके पास कांटेक्ट नंबर था ही और बात भी करता था ।। पता नही pupose किया था या फ्रेंड की तरह ही बात करता था ।। बाद में इनका झगड़ा हो गया । इसके बाद हमारे गुप्ता जी एक एक करके कई लड़कियों को purpose किये ।। लेकिन मिला क्या सिर्फ मोबाइल रिचार्ज करने को ।। तीन साल गुप्ता भी सिंगल रह गया
अच्छा अब आप ये सोच रहे मेरा क्या मुझे कोई मिली या नही चलो मैं बताता हूँ जिस दिन मैं अपना एड्मिसन लेने गया था मुझे एक लड़की मिली थी बहुत सुंदर थी मुझे याद है एड्मिसन ब्लॉक मेकैनिकल में बनाये थे मैं डॉक्यूमेंट जमा करके लौट रहा था वो लड़की सीढ़ियों के पास थी इधर उधर देख रही थी मैं समझ गया ये ऐडमिशन ब्लॉक ही ढूंढ रही है मैं तो चाहता था वो मुझसे बोले बस क्या था उसने मुझसे ही लिया एड्मिसन कहा हो रहा है इलेक्ट्रॉनिकस फर्स्ट ईयर का ।। जैसे ही उसने इलेक्ट्रॉनिकस की बात की मैं समझ गया ये तो मेरे ही क्लास में एड्मिसन ले रही है बस क्या था मुझे तभी से उससे प्यार हो गया था
है बात ये सच है प्यार तो हुवा था मुझे इतना नादान था कि मुझे कुछ पता ही न था क्या होता है क्लससेस स्टार्ट हुई । मैं क्लास गया तो सबसे पहले उसी लड़की को देख रहा था क्या वो आई है उसे देख कर सुकून हुवा स्टार्टिंग में ही मैं चाहता था कि बात करु उससे मैं।। लेकिन वो मेरे औकात से बाहर थी मतलब मैं सभी सब्जेक्ट में कमजोर था पढ़ने में बहुत अच्छी थी क्यों न हो वो लोग ट्वेल्थ करने के बाद जो आये थे सभी लोग अपनी अपनी सेटिंग कर लिए थे मुझे खुशी इस बात की थी कि कोई उस लड़की के पीछे नही पड़ा जिसे मैं पसन्द करता था
मैथ में कमजोर होने के कारण मैंम मुझे बोली थी तुम सभी से पूछा करो और मैथ पे ज्यादा ध्यान दो । वर्कशॉप हुवा करता था जो चार घंटे के होते थे 20,20 स्टूडेंट को अलग अलग वर्कशॉप में बाट दिया गया था वी मेरे ही वर्कशॉप में थी मुझे मौका भी मिला कि मैं मैथ स्टडी के बहाने उससे बात भी करूँगा । और मैने बात भी की , फिर क्या था हम रोज उससे कोई न कोई प्रसन्न पूछते और वो मुझे बताती भी थी । वो लंच लाया करती थी । हम लन्च भी उसके साथ शेयर लगे । इधर ये सब देखकर लौंडो ने मुझ exict कर दिया कि वो तुम्हे प्यार करती है सुभम और सौरभ ये दोनो ने इतना चढ़या मुझे की मैने pupose कर दिया ।
अब बाकी की कहानी अगले पोस्ट में ,,,
English translation.
You know friends in the engineering life, if your girl friend is not supported then you are not a perfect engineer, so senior used to speak.
The rest I come to my story. I was worried about my study, now some maths started coming, so I started spending time among the boys. What I saw was that all the boys had targeted some girl, some had gone so far that they had taken up the contact number, all of them had become the group of boys in college.
Ravish, Sachin, Shubham Sing, Sandeep Yadav, these people used to live ahead. First, talking about Ravish, Launda had targeted a girl, this boy was the first shift girl.
As soon as the girls of girls hostel came out to go to college, they used to come forward to follow them.
I think that the whole first year had gone out to follow me, because I am the closest to Ravish, I will be able to get Jannat so well that if the boy comes back after washing his hands, he will also get Jannat. She was a girl. She did not get a contact number, but when she used to go for a second shift on a daily basis, the boy could see her gross. And Starts Facebook Walla Love Sends Request There. The girl's name was made so famous that she accepted the request for it and in the second year while chatting very much, she got her love.
Their start is to come to the temple. This was a boy who used to go to the house every Sunday, why not go to Madam who used to call it, he had become a perfect engineer
Now let's talk about Sachin's boy who is so beautiful that he does not negate it, he had a boy's heart, a girl followed him very much but he did not have the courage to speak. A little confrontation comes. Our dear friend Prem Saini Bhai also liked the same girl whom Sachin liked. After that find out that a lot of boys like him, even the people of computer science still follow our Sachin, but they will like me today if not today. Later it was found out that neither Sachin nor Prem also passed the diploma but could not make any girl friend.
Now let's talk about a girl in our class of toppers who used to top all subjects. And I remember he topped all three years. Anyway, the girl wearing glasses is different. The pandas are a little less like our brother Shubham came to his heart. Man had seen his eyes were on him only. Shubham used to sit on the seat in front of the topper so that his communication would be maintained. His rough copy was often changed in the electrical class. I never understood what she used to do. Often our brother Shubam used to be happy. I did not clear that his story even went. It is known that the brother had done the purpose, the first time he was rejected. But the next time Topher himself intended them. After all, why did he not pay any attention except to his brother, whatever it may be, he must be talented to beat the topper which was with Shubam.
Talk to everyone of Sandeep Yadav, he used to say that he was doing b tech. And left and went to do diploma. Whatever the boy was, he used to speak very well in front of the subject in a very good reading, which will speak more. Tell different girls your hostel in the hostel. Trying on the other after eating slaps from one. Finally, she became a girl friend and exchanged a lot of mobile phones, due to this, all the people in the class came to know that their affair is going on. He too knew its antics and left it
This was such a boy who had killed all the teachers in the college, from the Principal to the physicist, he was going to pass the diploma by passing the diploma. It was not known after the first year. It was said that the time of the practice of the second year came. My friend has been speaking to everyone. It was never known that when it used to come, it had disappeared.
There was another boy in college, the most different was Sandip Gupta. He was such a boy who used to sit on the girls' back seat. Saari used to recharge girls. This was a boy who had contact numbers of all girls. The girl who had left Sandeep Yadav. Now Sandeep was taking a chance on him, at the moment he had a contact number and used to talk. Did not know pupose or spoke like a friend. Later, they quarreled. After this, our Gupta ji gave purpose to many girls one by one. But got what only to recharge mobile. Gupta remained single for three years
Well now you are wondering whether I got any or not, let me tell you, the day I went to take my Edmison, I got a girl, it was very beautiful. I remember Edmison was made in the block mechanical, I was returning by submitting a document. The girl was near the stairs looking here and there, I understood that she was looking for an admission block, I wanted her to tell me just what she said to me. Has been of electronic first year. As soon as he talked about electronics, I understood that he was taking Addison in my class, what was it, I had fallen in love with him since then.
It is a matter of fact that I was so loving that I was so foolish that I had no idea what happens. When I went to class, I was the first to see the same girl. Seeing that she has come to her comfort, I wanted to talk to her only. But she was out of my means that I was weak in all subjects, I was very good at reading, why not those people who came after twelfth, all the people had set their own settings, I was happy that someone of that girl I did not like what I liked
Because of being weak in Math, I had asked me to ask all of you and pay more attention to Math. Workshops were held which were of four hours. 20,20 students were divided into different workshops. We were in my workshop, I also got a chance to talk to him on the pretext of Math study. And I also talked, then what was it that we used to ask someone happy every day and she used to tell me. She used to bring lunch. We also share with him. Seeing all this here, Londo exict me that she loves you, Subham and Saurabh, both of them offered me so much that I made them pupose.
Now the rest of the story in the next post ,,,
वाह मेरे भाई अति सुन्दर मुझे भी अपनी कॉलेज लाइफ की याद दिला दी ।। वैसे संदीप गुप्ता को मैं शरीफ ही समझता था । but ye पल हमेशा याद रहेंगे जो आप लोगो ने कॉलेज लाइफ में बिताए है
ReplyDeleteHa sir bahut yaad karte h hmm
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