Ghost in hostel , some memorable moment of hostel life of fgp

मैं अपनी लव लाइफ को आगे बताऊंगा उससे पहले कुछ ऐसी दिलचस्प  घटनाये जो हास्टल में घटी मैं उसको शेयर करने जा रहा हैं।। जो बहुत ही यादगार पल थे जिसे हम अपनी  पूरी लाइफ में कभी भूल नही सकते है

Fgp होस्टल में भूत


हास्टल में एक दो ही हफ्ते हुए थे कि लड़के ये बोलने लगे थे कि होस्टल में भूत लगता है ।। कहा ये जा रहा था कि बहुत पहले होस्टल में एक लड़का सुसाइड कर लिया था । ये सब सुनकर बहुत लोग रात में टॉयलेट भी नही जाते थे  ।। उन दिनों रात में  कॉलेज में घंटी भी बजा करती थी । तो हमरा रूम पार्टनर प्रत्युश क्या कहता था ये घंटी भूत ही रात में बजाते है ऐसा बोलकर विष्णु को समझा रहा था रात की बात थी विष्णु डर भी गया था  इतना डर गया था कि हम लोग एक बेड पे सोने लगे थे ।ये बातें तो चलती ही रही थी कि उसी बीच हास्टल में एक ऐसा जानवर देखा गया जो
बिल्ली से थोड़ा बड़ा और मुह बिल्कुल भेड़िये जैसा था  । बहुत लोग देखे और डरने लगे क्योंकी ये जानवर सिर्फ रात में ही दिखई देता  था और रात में तरह तरह की आवाजे भी आया करती थी कुछ लड़के तो बुरी तरह डर गए थे

सारे लड़के बहुत डारे हुए थे की होस्टाल में  एक और घटना घटती है जिससे सब लोग कन्फर्म हों जाते है की होस्टल में तो भूत है   कुछ लोग तो इसी बीच होस्टल भी छोड़ देते है ।। होता क्या है कि एक सुबह जब  सब लोग उठे तो देखे की होस्टल के सारे  टॉयलेट अंदर से लॉक मिला । वाशरूम में पानी भी नही आ रहा था । अर्ली मोर्निंग उठने वाले कुछ  लड़के डर  ही गए धीरे धीरे पूरे
होस्टल में बात फैल गयी सारे लड़के उठ गए ।। ये देखने को मिला होस्टल के सारे फ्लोर के टॉयलेट अंदर से बंद थे । सारे लड़के यही सोच रहे थे ऐसा कैसे हो सकता है । अंदर कोई जा नही सकता है ये बात सही है  कही से ओपन ही न था कि कोई बन्द करके बाहर आ जाये । सब लड़के यही कह रहे थे । ये काम भूत का है ये वही कर सकता है ये सब देखकर कुछ लड़के होस्टल छोड़कर चले गए । भूत का  डर बना रहा ।

इंजीनियरिंग लाइफ में कुछ लड़के ऐसे मिल ही जाते है जो कुछ अलग करते है । वैसे ही हमारे
अंकुर पांडे जी थी ये सब इनका किया कराया था जो  होस्टल के  सारे टॉयलेट अंदर से बंद किया था । इस बंदे ने बहुत ही दिमाक लगाकर अंदर से बंद किया था सारे लौंडे डरे हुए थे ये भाई मस्ती कर रहे थे ।।

है ये वही अंकुर  है जो मैडम को भी purpose कर दिया था
और ओपेनली कांटेक्ट नंबर मांग रहा था बात ये थी इन लोगो का सेकंड शिफ्ट था साम 8 बजे क्लास छूटा करती थी । गर्ल्स होस्टल भी बगल में ही था आगे  मैम जा रही थी । बोलने में कड़क था ।।   कलप वेग वाली दीवाल पास की बात है  मैंम आगे जा रही थी पीछे से ऐसा लग रहा था कि कोई होस्टल की लड़की ही ,इंस्ट्रुमेंटशन के ही
आदर्श और आदित्य के चढ़ाने पर अंकुर भाई चढ़ गए और बोलता कैसे है ।। सुनो इसी होस्टल में रहती हो क्या ।।  मैम सैयद नही सुन पाती है ये और तेज से बोलता है ।अरी सुन तो लो ओए मैडम ऐसे कहा जा रही हो कांटेक्ट नंबर तो दिए जाओ । अगले दिन क्लास में अंकुर को खड़ा करके मैंम अंकुर की अच्छे से क्लास लेती है ।। वैसे ये बात भी बिल्कुल सही है । इंस्ट्रुमेंटशन के लड़को में अलग क्वालिटी थी ये सब मजे लेने में बहुत आगे थे ।। मुँह फट गालिया देने वाले लड़के थे तो वो थे ic के लड़के ।


चुनाव होने के कारण हम लोगों का सेसन लंबा चला गया था ये बात उस समय की है जब  भाजपा की सरकार बनी थी । जब मेश का खाना बाच जाता था तो सरदार होस्टल के पीछे झाड़ियों में  फेंकवा देता था ।
आदर्श , आदित्य , शुक्ला लोंगो ने प्लान बनाया और अंकुर को चढ़ा दिए । अंकुर ऐसा लड़का था उससे कुछ भी करा लो बस थोड़ा तारीफ करके चढ़ा दो ।। बंदे ने झड़ी में जाकर खराब सब्जी में से
चना बाल्टी में भर लाया  । चने को अच्छे से धोकर उसमे नामक मिर्च  मिला दिए । आदर्श मेश से टमाटर चुरा लाये । टमाटर भी काटकर बढ़िया मोर्निंग का नाश्ता तैयार कर दिए । और इस नाम से पूरे होस्टल में बटवा दिए कि ये प्रशाद है भाजपा की सरकार बनने की खुशी में  बटा जा रहा है । तो ऐसे थे ये IC वाले लौडे । बात ये थी कि अक्सर होस्टल में रामायण , कथा हो ही जाती थी।।

संदीप यादव को कौन भूल सकता है । बहुत फेकता भी था ।।और फेमस हुवा था अपनी हरकतों से ।। उसके फेमस होने का उसे फायदा बहुत अच्छे से  मिला था बात ये थी की फरहत सर् हास्टल के सीनियर इंचार्ज भी थे तो हास्टल में ऐसे ही एक
संदीप लड़का  इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का था उसने कुछ गलती की थी होस्टल में तो फरहत सर् के पास शिकायत गयी थी । संदीप  नाम ही सुने थे तो संदीप यादब  बहुत फेमस था कॉलेज में भी होस्टल में भी बस इसी को बुलाये और 8,10 थप्पड़ झकड दिए लगातार ,मारने के बाद पूछते है । तुमने ही होस्टल मस्ती कर रहे थे उसने बहुत आसानी से कहा सर्  , वो दूसरा संदीप है  हा हा हा हा मजा हम लोगों को तब  आया जब हम लोगों के पास आकर कहता भाई तम्बाकू खाया था यार अच्छा हुआ बाहर नही आई  ।। नही और मेरे जाते ।। बात ये थी कि कुछ लड़के नीचे दारू वगैरा लाये थे पीने के लिए दूसरे  के नाम पे बेचारा ये मार खाया ।


फरहत सर् के कहर कम न थे जितना इलेक्ट्रिकल की क्लास में मरते थे उतना ही  होस्टल में मरते थे इसी तरह ये बात संदीप गुप्ता के रूम की बात है किसी ने उसके रूम के  विंडो की कांच तोड़ दिया था संदीप gupta के पार्टनर रोहित पटेल ने सायद शिकायत कर दिए थे ।। सर्  साम को होस्टल आये हम लोग  खाना खा रहे थे । संदीप गुप्ता के पार्टनर
धर्मेद्र प्रजापति जो कि मेकैनिकल का बहुत ही सीधा लड़का था सर् इनको  बुलाये। हम लोगो के साथ ही  धर्मेंद्र प्रजापति खाना खा रहे थे तो थोड़ा देर हो गयी जाने में इनको । सर् इतने में खुद ही मेश में गए और एक  बढ़िया लाठी लेकर आये थे बस इतना पूछे थे धर्मेन्द्र प्रजापति कौन है बस क्या था 8 , 10 डंडे जमा दिए । उसकी कोई ग़लती नही थी बेचारे की ।फ़रहत सर् ऐसे थे पहले मरते थे फिर उसके बाद कारण पूछते थे ।। वैसे बाद में सर्  प्रजापति से मिले और सॉरी भी  बोले थे ।। ये कुछ बहुत ही अच्छी यादें थी हमारी होस्टल लाइफ की ।।

मैं अपनी अगली स्टोरी में लेकर आऊंगा । होस्टल में न्यू ईयर पार्टी , और प्रिंसिपल की मार।।।।

English translation:

Before I tell my love life further, I am going to share some interesting events that happened in the hostel.


 Ghost in feroze gandhi polytechnic hostel

 It was only a couple of weeks in the hostel that the boys started saying that there is a ghost in the hostel.  It was being said that a boy had committed suicide in the hostel long ago.  Hearing all this, many people did not even go to the toilet at night.  In those days, she used to ring the bell in college at night.  So what did our room partner Pratyush used to say, these bells were haunted by the ghosts and they were explaining to Vishnu by saying that it was a matter of night, Vishnu was also scared and we were so scared that we started sleeping on a bed.  In the meantime, in the hostel, an animal was seen that was slightly bigger than a cat and was like a wolf.  Many people watched and started to get scared because this animal was visible only in the night and there were different types of voices in the night, some boys were scared so badly.

 All the boys were very scared that another incident happens in the hostel, so that everyone is confirmed that there is a ghost in the hostel, some people leave the hostel in the meantime.  What happens is that when everyone wakes up in the morning, all the restrooms of the hostel are locked inside.  There was not even water in the washroom.  Some of the boys who got up early morning were scared and slowly the matter spread throughout the hostel. All the boys got up.  It was found that all the floors of the hostel's toilets were closed from inside.  All the boys were thinking how this could happen.  No one can go inside, it is true that somewhere was not open so that someone should come out after closing.  This was what all the boys were saying.  This work is of the ghost, it can do the same, seeing this, some boys left the hostel and left.  The fear of ghosts remained.

 In engineering life, some boys are found only who do something different.  In the same way, our Ankur Pandey ji had done all this, which had closed all the toilets of the hostel.  This fellow was very mentally locked inside, all the laundries were scared. They were also having fun.

 This is the same seedling that had also given purpose to Madam
 And was asking for an open contact number, this was the second shift of these people, and used to leave the class at 8 o'clock.  Girls hostel was also next to Mam.  It was hard to speak.  Kalap veg wall ki dawaal pasana hai, I was going forward, from behind it seemed that the girl of a hostel, the ideal of instrumentation and the offering of Aditya, Ankur Bhai went up and spoke.  Listen, do you live in this hostel?  Ma'am Syed cannot hear it, he speaks faster. Listen, O O Madam, it is said that you are given contact numbers.  The next day, after standing Ankur in class, I take a good class of Ankur.  Well this is also true.  The boys of instrumentation had different quality, all of them were very ahead in the fun.  If they were cheating boys, they were the boys of IC.


 Due to the election, the session of our people had gone long, this is the time when the BJP government was formed.  When Mesh's food was eaten, Sardar used to throw it in the bushes behind the hostel.  Adarsh, Aditya, Shukla Longo made a plan and offered Ankur.  Ankur was such a boy, do anything with him, just offer a little praise.  The man went to the showers and brought the gram from the spoiled vegetable into the bucket.  Wash the gram well and add chilli called it.  Stole tomatoes from Adarsh ​​Mesh.  Cut tomatoes and prepare a good morning breakfast.  And in the whole hostel by this name, they have been told that this Prasad is being shared in the happiness of the formation of BJP government.  So this is how they returned to IC.  The thing was that Ramayana was often a story in hostels.

 Who can forget Sandeep Yadav?  He also threw a lot.  He got the benefit of his fame very well, it was said that Farhat was also the senior in-charge of the hostel, so in the hostel one such Sandeep boy was of information technology, he had made some mistake in the hostel, Farhat Sar had complained.  .  Sandeep Yadav was very famous when he heard the name Sandeep, he was very famous in the hostel even in the college, and he gave 8,10 slaps continuously, asks after killing.  You were the hostel having fun. He said very easily, he is the second Sandeep ha ha ha ha fun when we came to the people and said, brother had eaten tobacco, man it did not come out.  No and I go.  The thing was that some boys had brought down the daroo wagaira and they ate it in the name of others to drink.

 Farhat Sar did not have as much havoc as he used to die in the electrical class, as much as he used to die in the hostel. Similarly, it is a matter of Sandeep Gupta's room, someone broke the glass of his room window, Sandeep's partner Rohit Patel complained.  They had done it.  We came to hostel to hostel and were having food.  Sandeep's partner Dharmendra Prajapati, who was a very direct boy of mechanicals, also called him and Dharmendra Prajapati was eating a little while.  So, he himself went to Mesh and brought a good stick, just asked who Dharmendra Prajapati was, and what he had collected 8, 10 poles.  He had no fault of the poor. The unfortunate people used to die first and then ask the reason after that.
 I will bring it in my next story.  New Year Party in hostel, and principal's kill.

Comments

  1. Nice Memories am waiting next session

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    1. हा भाई अगला पोस्ट बहुत कुछ याद दिलायेगा हमें

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  2. यादें ताजा हो गईं भाई बेहद उम्दा

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    1. कांड करवाए थे तो तुमको तो उम्दा लगेगी ही

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    1. Hmm bhai maine janta hun . Upadder to tum hi karte the

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  4. Bahut sangharsh ke sath likhi ja rahi hai kahani ...lekin jiski wajah se kahani likhi ja rahi hai uska name kahi nahi dal rahe ho...( Corona )

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  5. Room number 112 was haunted ..

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